Tag: Hindi Poems
सरिता Sarita यह लघु सरिता का बहता जल कितना शीतल¸ कितना निर्मल¸ हिमगिरि के हिम से निकल–निकल¸ यह विमल दूध–सा हिम का जल¸ कर–कर निनाद कल–कल¸ छल–छल बहता आता …
आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी Aaj jara fursat pai thi आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी आज उसे फिर याद किया बंद गली के आख़िरी घर को खोल के …
जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं Jaha na teri mahak ho udhar na jau me जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं मेरी …
उस पार Us Paar उस पार कहीं बिजली चमकी होगी जो झलक उठा है मेरा भी आँगन । उन मेघों में जीवन उमड़ा होगा उन झोंकों में यौवन घुमड़ा …
कवि की बरसगाँठ Kavi ki barasganth उन्तीस वसन्त जवानी के, बचपन की आँखों में बीते झर रहे नयन के निर्झर, पर जीवन घट रीते के रीते बचपन में जिसको …
इक़रारनामा Ikrarnama (शीला किणी के लिए) ये सच है जब तुम्हारे जिस्म के कपड़े भरी महफ़िल में छीने जा रहे थे उस तमाशे का तमाशाई था मैं भी …
चौपाटी का सूर्यास्त Chopati ka suryast यह रंगों का जाल सलोना, यह रंगों का जाल किरण-किरण में फहराता है नयन-नयन में लहराता है चिड़ियों-सा उड़ता आता है यह रंगों …
मस्जिदों-मन्दिरों की दुनिया में Masjido mandiro ki duniya me मस्जिदों-मन्दिरों की दुनिया में मुझको पहचानते कहाँ हैं लोग रोज़ मैं चांद बन के आता हूँ दिन में सूरज …