Tag: Hindi Poems
इस रिमझिम में चाँद हँसा है Is rimjhim me chand hasa he 1. खिड़की खोल जगत को देखो, बाहर भीतर घनावरण है शीतल है वाताश, द्रवित है दिशा, छटा …
उठ के कपड़े बदल Uth ke kapde badal उठ के कपड़े बदल घर से बाहर निकल जो हुआ सो हुआ॥ जब तलक साँस है भूख है प्यास है …
मैं प्यासा भृंग जनम भर का Me pyasa bhrang janam bhar ka मैं प्यासा भृंग जनम भर का फिर मेरी प्यास बुझाए क्या, दुनिया का प्यार रसम भर का …
बात कम कीजे ज़ेहानत को छुपाए रहिए Baat kam kije jehanat ko chupaye rahiye बात कम कीजे ज़ेहानत को छुपाए रहिए अजनबी शहर है ये, दोस्त बनाए रहिए …
भय Bhay हवा के चलने से बादल कुछ इधर-उधर होते हें लेकिन कोई असर नहीं पड़ता उस लगातार काले पड़ते जा रहे आकाश पर मुझे याद आता है …
न जाने कैसी बुरी घड़ी में दुल्हन बनी एक अभागन Na jane kesi buri ghadi me dulhan bani ek abhagan न जाने कैसी बुरी घड़ी में, दुल्हन बनी एक …
बैठे हैं दो टीले Bethe he do tile तनिक देर और आसपास रहें चुप रहें, उदास रहें, जाने फिर कैसी हो जाए यह शाम। एक-एक कर पीले पत्तों …
मेरा देश बड़ा गर्वीला Mera desh bada garvila मेरा देश बड़ा गर्वीला, रीति-रसम-ऋतु-रंग-रंगीली नीले नभ में बादल काले, हरियाली में सरसों पीली यमुना-तीर, घाट गंगा के, तीर्थ-तीर्थ में बाट …