Tag: Hindi Poems
उसे ले गए Use le gye अरे कोई देखो मेरे आंगन में कट कर गिरा मेरा नीम गिरा मेरी सखियों का झूलना बेटे का पलना गिरा गिरी उसकी …
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे Darshan do ghanshyam nath mori ankhiya pyasi re दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे ।। मंदिर-मंदिर मूरत तेरी, फिर …
दाग-धब्बे Daag dhabbe दाग-धब्बे साफ-सुथरी जगहों पर आना चाहते हैं जहाँ कहीं भी कुछ होने को होता है भले ही हत्या होनी हो किसी की दाग-धब्बे प्रकट होने …
यह दिया बुझे नहीं Yah diya bujhe nahi घोर अंधकार हो, चल रही बयार हो, आज द्वार–द्वार पर यह दिया बुझे नहीं यह निशीथ का दिया ला रहा विहान …
छह दिसंबर Chah December इतिहास के बहुत से भ्रमों में से एक यह भी है कि महमूद ग़ज़नवी लौट गया था लौटा नहीं था वह यहीं था सैंकड़ों …
मेरा धन है स्वाधीन क़लम Mera dhan he swadheen kalam राजा बैठे सिंहासन पर, यह ताजों पर आसीन क़लम मेरा धन है स्वाधीन क़लम जिसने तलवार शिवा को दी …
देखता हूँ अँधेरे में अँधेरा Dekhta hu andhere me andhera लाल रोशनी न होने का अँधेरा नीली रोशनी न होने के अँधेरे से अलग होता है इसी तरह …
हिमालय और हम Himalaya aur hum (1) इतनी ऊँची इसकी चोटी कि सकल धरती का ताज यही । पर्वत-पहाड़ से भरी धरा पर केवल पर्वतराज यही ।। अंबर में …