Tag: Hindi Poems
चलो सुनाओ नयी कहानी Chalo sunao nayi kahani अगर सुनानी तो नानू बस झट सुना दो एक कहानी देर करोगे तो सच कहती अभी बुलाती हूँ मैं नानी बोली …
इस बारिश में Is barish me जिसके पास चली गयी मेरी ज़मीन उसी के पास अब मेरी बारिश भी चली गयी अब जो घिरती हैं काली घटाएं उसी …
मिट्टी Mitti नफ़रत पैदा करती है नफ़रत और प्रेम से जनमता है प्रेम इंसान तो इंसान, धर्मग्रंथों का यह ज्ञान तो मिट्टी तक के सामने ठिठककर रह जाता …
बहुत कुछ है अभी Bahut kuch he abhi कितनी भी भयानक हों सूचनाएँ क्रूर हों कितनी भी भविष्यवाणियाँ घेर लिया हो चाहे कितनी ही आशंकाओं ने पर है अभी …
मनुष्यशक्ति Manushya Shakti कितना कोयला होगा मेरी देह में कितनी कैलोरी कितने वाट कितने जूल कितनी अश्वशक्ति (मैं इसे मनुष्यशक्ति कहूंगा) कितनी भी ठंडक हो बर्फ़ हो अंधेरा …
झटपट खाओ Jhatpat khao सूरज ने भेजा धरती पर अपनी बेटी किरण धूप को साथ खेलते धरती ने भी उगा दिया झट हरी दूब को. दूब उगी तो देख …
मछलियाँ Machliya एक बार हमारी मछलियों का पानी मैला हो गया था उस रात घर में साफ़ पानी नहीं था और सुबह तक सारी मछलियाँ मर गई थीं …
रहस्य अपना भी खुलता है Rahasya apna bhi khulta he (एक) अच्छा ही नहीं ठीक भी लगता है बड़ी सभाओं की पिछली पंक्तियों में बैठना वहाँ से ठीक से …