Tag: Hindi Poems
आए भी तो Aaye bhi to आए भी तो आए जाने की तरह आप चलिए निभाने को, आए तो सही आप आई हवा और गिरा कर चली गई तनकीद …
सुनो चारुशिला Suno charushila तुम अपनी दो आँखों से देखती हो एक दृश्य दो हाथों से करती हो एक काम दो पाँवों से दो रास्तों पर नहीं एक …
ख़ौफ के बाहर Khof ke bahar मैं चौंका जब कहा उसने कि जब भी चाहा घर लौटना लगता रहा ख़ौफ गो कि हर्ज़ न था लौटने में सोचता हूँ …
सूनी सँझा, झाँके चाँद Suni sanjh jhanke chand सूनी सँझा, झाँके चाँद मुँडेर पकड़ कर आँगना हमें, कसम से, नहीं सुहाता- रात-रात भर जागना । रह-रह हवा सनाका …
सूर्य Surya ऊर्जा से भरे लेकिन अक्ल से लाचार, अपने भुवन भास्कर इंच भर भी हिल नहीं पाते कि सुलगा दें किसी का सर्द चूल्हा ठेल उढ़का हुआ …
रात में भी Raat me bhi रात में भी रात की सी बात नहीं है गाँव है कि गाँव में देहात नहीं है न सही उरियाँ मगर दिल में …
फूले फूल बबूल कौन सुख, अनफूले कचनार Phule phul babul kon sukh anphule kachnar फूले फूल बबूल कौन सुख, अनफूले कचनार । वही शाम पीले पत्तों की गुमसुम …
व्यक्तिगत Vyaktigat (एक संवाद ख़ुद से भी) अगर मान भी लूँ महल है यह तो भी ख़ुद चिना है मैंने इसे। गवाह है मेरा यह सिर जिसने ढोई हैं …