Tag: Hindi Poems
पँख Pankh दरवाजा शायद खुला रह गया है इसी राह से आया होगा उड़कर यह खूबसूरत पंख! खिड़कियां तो सभी बंद हैं। शायद सामने वाले पेड़ पर कोई नया …
सुख-दुख Sukh dukh जब तक मन में दुर्बलता है दुख से दुख, सुख से ममता है। पर सदा न रहता जग में सुख रहता सदा न जीवन में …
पूजना चाहता हूँ किसी अवतार की तरह Pujna chahta hu kisi avtar ki tarha भीड़ भी तो नहीं कह सकता इसे! माना, न ये लाद कर लाए गए हैं …
आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे Aaj ke bichude na jane kab milenge आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे? आज से दो प्रेम योगी, अब वियोगी …
नहीं जानते कैसे Nahi jante kese नहीं जानते कैसे पर आ जाता है तराशना समय के साथ-साथ होकर शिल्पकार। दूर-दूर तक नहीं दिखतीं जहां संभावनाएं उन्हीं शिलाओं में कर …
तुम भी बोलो, क्या दूँ रानी Tum bhi bolo kya du rani पगली इन क्षीण बाहुओं में कैसे यों कस कर रख लोगी एक, एक एक क्षण को …
वर्षा मंगल Varsha mangal सत रंग चुनर नव रंग राग मधुर मिलन त्यौहार गगन में, मेघ सजल , बिजली में आग … सत रंग चुनर , नव रंग …
बहुत कुछ है अभी Bahut kuch he abhi कितनी भी भयानक हों सूचनाएँ क्रूर हों कितनी भी भविष्यवाणियाँ घेर लिया हो चाहे कितनी ही आशंकाओं ने पर है अभी …