Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Jagdish Gupt “ Saanjh 15”,”साँझ-15” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-15  Saanjh 15   झुक गये शिथिल दृग दोनों,  रूँध गई कंठ में वाणी।  अधरों का मधुर परस-रस,  कर सका न मुखिरत प्राणी।।२११।। कोई न जिसे पढ़ पाया,  ऐसी …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Naav ka dard”,”नाव का दर्द” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नाव का दर्द  Naav ka dard मैं नैया मेरी क़िस्मत में लिक्खे हैं दो कूल-किनारे पार उतारूँ मैं सबको मुझको ना कोई पार उतारे जीवन की संगिनी बनी है …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “ Saanjh 14”,”साँझ-14” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-14  Saanjh 14   यौवन की आतुरता में , ेजो भूल कभी हो जाती। जीवन भर उसकी सुधि से, दहका करती है छाती।।१९६।। तज कर यथाथर् की कटुता, कैसे …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Hum chale gye”,”हम छले गए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हम छले गए  Hum chale gye हमने-तुमने जब भी चाहा द्वापर-त्रेता सब चले गए! हम छले गए! रथ नहीं रहे ना अश्व रहे ना दीर्घ रहे ना ह्र्स्व रहे …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “ Saanjh 13”,”साँझ-13” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-13  Saanjh 13   फिर भी न तुम्हें मैं देखँू, अखिर यह कैसी बातें। जायेंगी बिन बरसे ही, क्या यह रस की बरसातें।।१८१।। वह कौन गगन में प्रतिदन, दामिनी-कवच …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Akela rah gya”,”अकेला रह गया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अकेला रह गया  Akela rah gya बीते दिसंबर तुम गए लेकर बरस के दिन नए पीछे पुराने साल का जर्जर किला था ढह गया मैं फिर अकेला रह गया …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 12”,”साँझ-12” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-12  Saanjh 12   निमर्म हिम-शैल-शिखर से,  जब भी जाकर टकराते। मेरी करूणा के बादल,  सब चूर-चूर हो जाते।।१६६।। विक्षुब्ध प्रलय-प्लावन में,  आँसू का जलधि विकल हो। पलकों के …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Din ghatenge”,”दिन घटेंगे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिन घटेंगे  Din ghatenge जनम के सिरजे हुए दुख उम्र बन-बनकर कटेंगे ज़िन्दगी के दिन घटेंगे कुआँ अन्धा बिना पानी घूमती यादें पुरानी प्यास का होना वसन्ती तितलियों से …