Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 7”,”साँझ-7” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-7  Saanjh 7   खो गया गगन पलकों में, पुतली पर तम की छाया। धीरे-धीरे नयनों के – तारों में चाँद समाया।।९१र्।। विधु को छूने के पहले, पड़ी दृष्टि …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Kokh baghin ki”,”कोख बाघिन की” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कोख बाघिन की  Kokh baghin ki समय में ही समय का बनकर रहूँ नींव रख दूँ या नए दिन की रात-दिन में फ़र्क कोई है कहाँ बस, उजाला बीच …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 6”,”साँझ-6” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-6  Saanjh 6   मत मेरी आेर निहारो, मेेरी आँखें हैं सूनी। फिर सुलग उठेंगी सँासें, फिर धधक उठेगी धूनी।।७६।। धीरे-धीरे होता है, उर पर प्रहार आँसू का। नभ …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Kab tak fulogi”,”कब तक फूलोगी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कब तक फूलोगी  Kab tak fulogi ओ, आँगन की बेल भला तुम कब तक फूलोगी? बिटिया ने पूछा- जल्दी-जल्दी कैसे बढ़ती हो? तुम पकड़ तने को जकड़, पेड़ पर …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “ Saanjh 5”,”साँझ-5” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-5  Saanjh 5   करूणा की गहरी धारा, अभिलाषाआें की आँधी। मैंने पलकों में रोकी, मैंने सासों से बाँधी।।६१।। कोमलता बनी कहानी, मैं निष्ठुरता से हारा। किन शैलों से …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Hum dehri darvaje”,”हम देहरी-दरवाज़े !” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हम देहरी-दरवाज़े !  Hum dehri darvaje राजपाट छोड़कर गए राजे-महाराजे हम उनके कर्ज पर टिके देहरी-दरवाजे चौपड़  ना बिछी पलंग पर मेज़ पर बिछी पैरों पर चाँदनी बिछी सेज …