Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 4”,”साँझ-4” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-4  Saanjh 4   उत्सुक नयनों से देखा, सपनों का लिया सहारा। पर मिला नहीं उस छिव का, कोई भी कूल-किनारा।।४६।। कोमल कोमल पंखुरियाँ, लिपटीं थीं भोलेपन से। विह्वल …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Prashan yah he”,”प्रश्न यह है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रश्न यह है  Prashan yah he प्रश्न यह है- भरोसा किस पर करें एक नंगी पीठ है सौ चाबुकें बचाने वाले कभी के जा चुके हम डरें भी तो …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 3”,”साँझ-3” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-3  Saanjh 3   किलयों के कर से जैसे, प्याली मरंद की छलकी। मेरे प्राणों में गँूजी, रूनझुन रूनझुन पायल की।।३१।। स्वगंर्ंगा की लहरों में, शशि ने छिप जाना …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Bhul gye”,”भूल गए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भूल गए  Bhul gye जाने कैसे हुआ कि प्रिय की पाती पढ़ना भूल गए दायें-बायें की भगदड़ में आगे बढ़ना भूल गए नित फैशन की नये चलन की रोपी …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 2”,”साँझ-2” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-2  Saanjh 2   घन-छाया में सोती हों, ज्यों श्रमित अमा की रातें। वह केश-पाश बेसुध सा, करता समीर से बातें।।१६।। या भूल गये हो निज को, अपनी सीमा …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Machliya”,”मछलियाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मछलियाँ Machliya  ताल से डरती मछलियाँ जाल से डरती नहीं हैं तडफड़ाती यों- मछेरे लोच पर कुर्बान जाएँ मुटि्‌ठयों में फिसलतीं उद्‌दाम बलखाती अदाएँ स्वाद उनका जान लें सब …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Fir kadamb fule”,”फिर कदम्ब फूले !” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

फिर कदम्ब फूले !  Fir kadamb fule फिर कदम्ब फूले गुच्छे-गुच्छे मन में झूले पिया कहाँ? हिया कहाँ? पूछे तुलसी चौरा, बाती बिन दिया कहाँ? हम सब कुछ भूले …