Tag: Hindi Poems
नए नमूने Naye Namune कई रंग के फूल बने काँटे खिल के नई नस्ल के नये नमूने बेदिल के आड़ी-तिरछी टेढ़ी चालें पहने नई-नई सब खालें परत-दर-परत हैं पँखुरियों …
क़िस्से गुलनार के Kisse Gulnar ke पीपल के पके पात पंछी पतझार के, थोड़ी ऋतु और अभी बाक़ी है उड़ने दो छंद ये बहार के । फूल-फूल अगवानी शूल, …
नवम्बर की दोपहर November ki Dopahar अपने हलके-फुलके उड़ते स्पर्शों से मुझको छू जाती है जार्जेट के पीले पल्ले-सी यह दोपहर नवम्बर की! आयी गयी ऋतुएँ पर वर्षों से …
साँझ के बादल Sanjh ke badal ये अनजान नदी की नावें जादू के-से पाल उड़ाती आती मंथर चाल। नीलम पर किरनों की साँझी एक न डोरी एक न माँझी …
आँगन Aangan बरसों के बाद उसी सूने- आँगन में जाकर चुपचाप खड़े होना रिसती-सी यादों से पिरा-पिरा उठना मन का कोना-कोना कोने से फिर उन्हीं सिसकियों का उठना फिर …
एक वाक्य Ek vakya चेक बुक हो पीली या लाल, दाम सिक्के हों या शोहरत – कह दो उनसे जो ख़रीदने आये हों तुम्हें हर भूखा आदमी बिकाऊ नहीं …
साबुत आईने Sabut aaine इस डगर पर मोह सारे तोड़ ले चुका कितने अपरिचित मोड़ पर मुझे लगता रहा हर बार कर रहा हूँ आइनों को पार दर्पणों में …
उपलब्धि Uplabdhi मैं क्या जिया? मुझको जीवन ने जिया – बूँद-बूँद कर पिया, मुझको पीकर पथ पर ख़ाली प्याले-सा छोड़ दिया मैं क्या जला? मुझको अग्नि ने छला – …