Tag: Hindi Poems
क्या लाई हूँ! Kya lai hu क्या लाई हूँ अतीत से अपने साथ बाँध, थोडे से अपनेपन के साथ परायापन, कुछ मुस्काने कुछ उदासियाँ, हर जगह साथ चलता …
काहे सरमाति है! Kahe sarmati he दूध-जल कोऊ लाय तुमका समर्पि देय, नाँगेँ बैठ जहाँ-तहाँ तुरतै न्हाय लेत हो! लाज करौ कुछू ज्वान लरिकन के बाप भये, ह्वै …
ओ, मधुर मधुमास O madhur madhumas जल रहे हैं ढाक के वन लाल फूलों के अँगारों से दहकते! हहरती वनराजि, तुम आये वसन्त सिंगार सज कर, पुष्प-बाणों को …
नोक-झोंक Nok jhonk पति खा के धतूरा, पी के भंगा, भीख माँगो रहो अध-नंगा, ऊपर से मचाये हुडदंगा, ये सिरचढी गंगा! ‘ फुलाये मुँह पारवती! ‘मेरे ससुरे से …
प्रलय-यामिनी Pralay yamini बढी आ रही,इक प्रलय की लहर ने कहा जिन्दगी से अरे यों न डर आज कितनी मधुर है प्रलय यामिनी! आज लहरें बढेंगी बुलाने तुम्हें, …
कुमार का हठ Kumar ka hath षड्मुख घूमि तीन लोकन में आइ चरन सिर नाये! स्रम से थकित आइ बइठे, देखित गणेश मुस्काये! ‘गये न तुम ,काहे से …
रुद्र-नर्तन Rudra nartan गूँजते हैं अवनि अंबर, शंख-ध्वनि की गूँज भर भर, खुल रहीं पलकें प्रलय की, छिड़ रहे विध्वंस के स्वर! सृष्टि क्रम के बाद खुलता जा …
परीक्षा Pariksha परीच्छा अहै बहुत भारी!इहाँ देखौ कौने हारी! मात-पिता के माथ नवाइल षड्मुख तुरत पयाने, चढि मयूर वाहन पल भर में हुइ गे अंतरधाने! परिल सोच में …