Tag: Hindi Poems
बोआई का गीत Boai ka geet गोरी-गोरी सौंधी धरती-कारे-कारे बीज बदरा पानी दे! क्यारी-क्यारी गूंज उठा संगीत बोने वालो! नई फसल में बोओगे क्या चीज? बदरा पानी दे! मैं …
तुम्हारे चरण Tumhare charan ये शरद के चाँद-से उजले धुले-से पाँव, मेरी गोद में! ये लहर पर नाचते ताज़े कमल की छाँव, मेरी गोद में! दो बड़े मासूम बादल, …
बरसों के बाद उसी सूने- आंगन में Barso ke baad usi sune aangan me बरसों के बाद उसी सूने- आँगन में जाकर चुपचाप खड़े होना रिसती-सी यादों से पिरा-पिरा …
शाम – दो मनःस्थितियाँ Sham do man stithiya एक: शाम है, मैं उदास हूँ शायद अजनबी लोग अभी कुछ आयें देखिए अनछुए हुए सम्पुट कौन मोती सहेजकर लायें कौन …
फागुन की शाम Phagun ki sham घाट के रस्ते उस बँसवट से इक पीली-सी चिड़िया उसका कुछ अच्छा-सा नाम है! मुझे पुकारे! ताना मारे, भर आएँ, आँखड़ियाँ! उन्मन, ये …
विदा देती एक दुबली बाँह Vida deti ek dubli baah विदा देती एक दुबली बाँह सी यह मेड़ अंधेरे में छूटते चुपचाप बूढ़े पेड़ ख़त्म होने को ना आएगी …
उदास तुम Udas tum तुम कितनी सुन्दर लगती हो जब तुम हो जाती हो उदास! ज्यों किसी गुलाबी दुनिया में सूने खँडहर के आसपास मदभरी चांदनी जगती हो! मुँह …
मौन की चादर Mon ki chadar आज पहली बार मैंने, मौन की चादर बुनी है काट दो यदि काट पाओ तार कोई एक युग से ज़िन्दगी के घोल को …