Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Balswaroop Rahi “  Gandhiji ke bander teen ”,”गाँधीजी के बन्दर तीन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गाँधीजी के बन्दर तीन  Gandhiji ke bander teen   गाँधीजी के बन्दर तीन, सीख हमें देते अनमोल । बुरा दिखे तो दो मत ध्यान, बुरी बात पर दो मत …

Hindi Poem of Dhananjay singh “ Kaun chunoti swikarega”,”कौन चुनौती स्वीकारेगा ?” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कौन चुनौती स्वीकारेगा ?  Kaun chunoti swikarega मन की गहरी घाटी में क्या उतरेगा कोई जो उतरेगा वह फिर उससे निकल न पाएगा । फिसलन भरे, नुकीले पत्थर वाले …

Hindi Poem of Dhananjay singh “Jhankte he fir nadi me ped”,”झाँकते हैं फिर नदी में पेड़” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

झाँकते हैं फिर नदी में पेड़  Jhankte he fir nadi me ped झाँकते हैं फिर नदी में पेड़ पानी थरथराता है यह नुकीले पत्थरों का तल काटता है धार …

Hindi Poem of Balswaroop Rahi “  kataat ”,”क़तआत” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

क़तआत  kataat   जानता हूँ कि ग़ैर हैं सपने और खुशियाँ भी ये अधूरी हैं किंतु जीवन गुज़ारने के लिए कुछ ग़लत फ़ेहमियाँ ज़रूरी हैं हसरतों की ज़हर बुझी …

Hindi Poem of Dhananjay singh “Swapneel Akanksha”,”स्वप्निल आकांक्षा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

स्वप्निल आकांक्षा  Swapneel Akanksha स्वप्न की झील में तैरता मन का यह सुकोमल कमल चंद्रिका-स्नात मधु रात में हो हमारा-तुम्हारा मिलन दूर जैसे क्षितिज के परे झुक रहा हो …

Hindi Poem of Balswaroop Rahi “  Panch Muktak ”,”पाँच मुक्तक” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पाँच मुक्तक  Panch Muktak   मेरा विश्वास पराजय को ज़हर होता है मेरा उल्लास उदासी को क़हर होता है मुझे घिरते हुए अँधियारे की परवाह क्या मेरी हर बात …

Hindi Poem of Dhananjay singh “ Kaksha se bhatka hua upgrah hu”,”कक्षा से भटका हुआ उपग्रह हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कक्षा से भटका हुआ उपग्रह हूँ  Kaksha se bhatka hua upgrah hu मैं धरा-गगन दोनों से छूट गया संपर्क संचरण-ध्रुव से टूट गया कक्षा से भटका हुआ उपग्रह हूँ …