Tag: Hindi Poems
गगन ने धरा से कहा एक दिन Gagan ne dhara se kaha ek din गगन ने धरा से कहा एक दिन, सिर्फ पत्थर बसे हैं तुम्हारे हृदय में! …
गणपति का विवाह! Ganpati ka vivah ऋद्धि-सिद्ध हेतु वर की खोज -,बर खोजन चले विधना! दुइ कन्या गुनखानी! ‘ऋद्धि-सिद्धि दोउ जुड़वाँ बहिनी अब लौ क्वाँरी रहलीं, का सों …
बोलते पत्थर Bolte patthar बोल उछते हैं ये पत्थर! हटा कर यह सदियों की धुन्ध, और जो पडी युगों की भूल, अनगिनत अविरल काल-प्रवाह इन्हीं मे खोते जाते भूल! …
मै चेतन हूँ Me chetna hu मै चेतन हूँ, मुझको ये जडता के बंधन स्वीकार नहीं, उन्मुक्त पगों को मनचाहा चलने दो प्रिय, मुझको इस उथले जग जीवन …
एक दिन पाँओं तले धरती न होगी! Ek din pao tali dharti na hogi याद आती है मुझे तुमने रहा था, एक दिन पाँओं तले धरती न होगी! …
आज बोझिल जिन्दगी की साँस Aaj bohil jindagi ke saans आज बोझिल जिन्दगी की साँस, तू चुपचाप मत चल! गन्ध व्याकुल कूल सरि के, वन वसन्ती फूल महके! …
देवता, स्वीकारो ना स्वीकारो! Devta swikaro na swikaro देवता, स्वीकारो ना स्वीकारो! ये तो तान मेरी गान तो तुम्हारे . सौंप जाऊँ तुम्हें साँझ या सकारे, जी रहे …
आज Aaj आज ही तो सत्य है, जो कल गया, वह था विनश्वर, आज ही तो नित्य है, जो आ रहा कल वह अनिश्चित! आज ही है एक …