Tag: Munshi Premchand Stories
जीवन-सार Jeevan Saar जुरमाना प्रेमचंद ऐसा शायद ही कोई महीना जाता कि अलारक्खी के वेतन से कुछ जुरमाना न कट जाता। कभी-कभी तो उसे ६) के ५) ही मिलते, …
क्षमादान Kshamadan क्षमादान तोल्सतोय अनुवाद – प्रेमचंद दिल्ली नगर में भागीरथ नाम का युवक सौदागर रहता था। वहाँ उसकी अपनी दो दुकानें और एक रहने का मकान था। वह …
कश्मीरी सेब Kashmiri Seb कश्मीरी सेब प्रेमचंद कल शाम को चौक में दो-चार जरूरी चीजें खरीदने गया था। पंजाबी मेवाफरोशों की दूकानें रास्ते ही में पड़ती हैं। एक दूकान …
कर्मभूमि Karmbhumi कर्मभूमि प्रेमचंद हमारे स्कूलों और कॉलेजों में जिस तत्परता से फीस वसूल की जाती है, शायद मालगुजारी भी उतनी सख्ती से नहीं वसूल की जाती। महीने में …
कफ़न Kafan एक चिनगारी घर को जला देती है तोल्सतोय अनुवाद – प्रेमचंद एक समय एक गांव में रहीम खां नामक एक मालदार किसान रहता था। उसके तीन पुत्र …
एक चिनगारी Ek chingari एक चिनगारी घर को जला देती है तोल्सतोय अनुवाद – प्रेमचंद एक समय एक गांव में रहीम खां नामक एक मालदार किसान रहता था। उसके …
आहुति Ahuti आहुति प्रेमचंद आनन्द ने गद्देदार कुर्सी पर बैठकर सिगार जलाते हुए कहा-आज विशम्भर ने कैसी हिमाकत की! इम्तहान करीब है और आप आज वालण्टियर बन बैठे। कहीं …