Category: Hindi Poems
मैं जिन्दा हूँ ये मुश्तहर कीजिए Me jinda hu ye mushthar kijiye मैं ज़िन्दा हूँ यह मुश्तहर1 कीजिए मेरे क़ातिलों को ख़बर कीजिए । ज़मीं सख़्त है आसमां दूर …
सनाख्वान-ए-तक्दीस-ए-मश्रिक़ कहाँ हैं? Sanadhwan e takdis e mishrak kaha he ये कूचे ये नीलाम घर दिलकशी के ये लुटते हुए कारवां जिन्दगी के कहाँ हैं, कहाँ हैं, मुहाफ़िज़ ख़ुदी …
इसी दोराहे पर Isi dorahe par पहलू-ए-शाह में ये दुख़्तर-ए-जमहूर की क़बर कितने गुमगुश्ता फ़सानों का पता देती है कितने ख़ूरेज़ हक़ायक़ से उठाती है नक़ाब कितनी कुचली हुइ …
आज Aaj साथियो! मैंने बरसों तुम्हारे लिए चाँद, तारों, बहारों के सपने बुने हुस्न और इश्क़ के गीत गाता रहा आरज़ूओं के ऐवां सजाता रहा मैं तुम्हारा मुगन्नी, तुम्हारे …
ख़ून फिर ख़ून है Khun fir khun he ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है, बढ़ता है तो मिट जाता है ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा तुमने जिस ख़ून …
एक मुलाक़ात Ek Mulakat तिरी तड़प से न तड़पा था मेरा दिल,लेकिन तिरे सुकून से बेचैन हो गया हूँ मैं ये जान कर तुझे जाने कितना ग़म पहुचें कि …
सदियों से इन्सान यह सुनता आया है Sadiyo se insane yah suntan aaya he सदियों से इन्सान यह सुनता आया है दुख की धूप के आगे सुख का साया …
ऐसा वर दे! Esa var de अनगढ़ वाणी को हे स्वरदेवी, अपना स्वर दे! भीतर-बाहर घना अँधेरा दूर-दूर तक नहीं सबेरा दिशाहीन है मेरा जीवन ममतामयी, उजाला भर …