Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Kumar vishvas “Rooh jism ka thor thikana chalta rahta hai“ , “रूह जिस्म का ठौर ठिकाना चलता रहता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रूह जिस्म का ठौर ठिकाना चलता रहता है Rooh jism ka thor thikana chalta rahta hai रूह जिस्म का ठौर ठिकाना चलता रहता है जीना मरना खोना पाना चलता …

Hindi Poem of Giridhar “Sai sua pravin gati“ , “साईं सुआ प्रवीन गति ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साईं सुआ प्रवीन गति Sai sua pravin gati   साईं सुआ प्रवीन गति वाणी वदन विचित्त रूपवंत गुण आगरो राम नाम सों चित्त राम नाम सों चित्त और देवन …

Hindi Poem of Kumar vishvas “Rang duniya ne dikhaya hai“ , “रंग दुनिया ने दिखाया है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रंग दुनिया ने दिखाया है Rang duniya ne dikhaya hai रंग दुनिया ने दिखाया है निराला, देखूँ है अँधेरे में उजाला, तो उजाला देखूँ आइना रख दे मेरे हाथ …

Hindi Poem of Kumar vishvas “Ye itne log kaha jate hai subaha subaha“ , “ये इतने लोग कहाँ जाते हैं सुबह-सुबह” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ये इतने लोग कहाँ जाते हैं सुबह-सुबह Ye itne log kaha jate hai subaha subaha ये इतने लोग कहाँ जाते हैं सुबह-सुबह? ढेर सी चमक-चहक चेहरे पे लटकाए हुए …

Hindi Poem of Kumar vishvas “Mosam ke ganv“ , “मौसम के गाँव” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मौसम के गाँव Mosam ke ganv बहुत देर से सोकर जागी दिशा-वधू मौसम के गाँव अतः डरी लज्जित-सी पहुँची छूने दिवस-पिया के पाँव! आँखों वाली क्षितिज-रेख पर काला-सूरज उदित …

Hindi Poem of Kumar vishvas “Me to jhaka hu“ , “मैं तो झोंका हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं तो झोंका हूँ Me to jhaka hu मैं तो झोंका हूँ हवाओं का उड़ा ले जाऊँगा जागती रहना, तुझे तुझसे चुरा ले जाऊँगा हो के क़दमों पर निछावर …

Hindi Poem of Giridhar “Jano nahi jis ganv me“ , “जानो नहीं जिस गाँव में ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जानो नहीं जिस गाँव में Jano nahi jis ganv me   जानो नहीं जिस गाँव में, कहा बूझनो नाम। तिन सखान की क्या कथा, जिनसो नहिं कुछ काम॥ जिनसो …

Hindi Poem of Kumar vishvas “Me Tumhe dhundhne swarg ke dwar tak“ , “मैं तुम्हें ढूंढने स्वर्ग के द्वार तक” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं तुम्हें ढूंढने स्वर्ग के द्वार तक Me Tumhe dhundhne swarg ke dwar tak मैं तुम्हें ढूंढने स्वर्ग के द्वार तक रोज़ जाता रहा, रोज़ आता रहा तुम ग़ज़ल …