Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Ibne Insha “Dil ne hamare bethe bethe kese kese rog lagaye”,”दिल ने हमारे बैठे बैठे कैसे कैसे रोग लगाये” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिल ने हमारे बैठे बैठे कैसे कैसे रोग लगाये  Dil ne hamare bethe bethe kese kese rog lagaye दिल ने हमारे बैठे बैठे कैसे कैसे रोग लगाये तुम ने …

Hindi Poem of Om Prabhakar “  Hum bhi dukhi tum bhi dukhi”,”हम भी दुखी तुम भी दुखी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हम भी दुखी तुम भी दुखी  Hum bhi dukhi tum bhi dukhi   रातरानी रात में दिन में खिले सूरजमुखी किन्‍तु फिर भी आज कल हम भी दुखी तुम …

Hindi Poem of Om Prabhakar “  O Priya”,”ओ प्रिया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ओ प्रिया  O Priya   ओ प्रिया पिन्हाऊँ तुम्हें जुही के झुमके। इस फूली संझा के तट पर, आ बैठें बिल्कुल सट-सटकर, दृष्टि कहे जो उसे सुनें तो अर्थ …

Hindi Poem of Ibne Insha “Chal insha apne gaun me”,”चल इंशा अपने गाँव में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चल इंशा अपने गाँव में  Chal insha apne gaun me यहाँ उजले उजले रूप बहुत पर असली कम, बहरूप बहुत इस पेड़ के नीचे क्या रुकना जहाँ साये कम, …

Hindi Poem of Om Prabhakar “  Jas ka tas”,”जस का तस” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जस का तस  Jas ka tas   शाख़-शाख़ बुलबुल लिखती है पत्ता-पत्ता गुल लिखती है । बेटी माँ से जो पढ़ती है बच्चों में वो कुल लिखती है । …

Hindi Poem of Ibne Insha “Jalva numai beparvai ha yahi reet jaha ki he”,”जल्वा-नुमाई बेपरवाई हाँ यही रीत जहाँ की है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जल्वा-नुमाई बेपरवाई हाँ यही रीत जहाँ की है  Jalva numai beparvai ha yahi reet jaha ki he जल्वा-नुमाई बेपरवाई हाँ यही रीत जहाँ की है कब कोई लड़की मन …

Hindi Poem of Om Prabhakar “  Drishya ghati me”,”दृश्य घाटी में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दृश्य घाटी में  Drishya ghati me   बीत गए दिन फूल खिलने के। होती हैं केवल वनस्पतियाँ हरी-हरी-सी हर गली हर मोड़ पर बैठी मौत अपनी बाँह फैलाकर। बर्फ़-सा …