Category: Hindi Poems
अज़ मेहर ता-ब-ज़र्रा दिल-ओ-दिल है आइना – ग़ालिब Ajj mehar ta-b-zarra dil-o-dil hai aaina -Ghalib अज़ मेहर ता-ब-ज़र्रा दिल-ओ-दिल है आइना तूती को शश जिहत से मुक़ाबिल है …
बिजली सी कौंद गयी आँखों के आगे – ग़ालिब Bijli si Kond gayi aankhon ke aage -Ghalib बिजली सी कौंद गयी आँखों के आगे, तो क्या, बात करते …
वह शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल कहां – ग़ालिब Vah Shab-o-Roz-o-Mah-o-saal kaha -Ghalib वह फ़िराक़ और वह विसाल कहां वह शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल कहां फ़ुर्सत-ए कारोबार-ए शौक़ किसे ज़ौक़-ए नज़्ज़ारह-ए जमाल कहां दिल तो …
ये हम जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं – ग़ालिब] Ye hum jo hijj mein divar-o-dar ko dekhte hein -Ghalib ये हम जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को …
बिजली इक कौंद गयी आँखों के आगे तो क्या – ग़ालिब Bijli ek kond gayi aankho ke aage to kya -Ghalib बिजली इक कौंद गयी आँखों के आगे …
वह हर एक बात पर कहना कि यों होता तो क्या होता – ग़ालिब Vah har ek baat par kahna ki yo hota to kya hota -Ghalib न …
बाद मरने के मेरे घर से यह सामाँ निकला – ग़ालिब Baad Marne ke mere ghar se yaha sama nikla -Ghalib बूए-गुल, नाला-ए-दिल, दूदे चिराग़े महफ़िल जो तेरी …
नुक्तह-चीं है ग़म-ए दिल उस को सुनाए न बने – ग़ालिब Nuktha-chi hai Gham-E dil us ko nunaye na bane -Ghalib नुक्तह-चीं है ग़म-ए दिल उस को सुनाए …