Category: Hindi Poems
सोये हुए लोगों के बीच जागना पड़ रहा है मुझे Soye hue logo ke beech jagna pad raha he mujhe सोये हुए लोगों के बीच जागना पड़ रहा है …
जिस दिन Jis din जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे अपनों से दूर हो जाओगे जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे नौकरी से हाथ धो बैठोगे जिस दिन अच्छी कविता …
वह Vah आफ़िस के बाहर भी आफ़िस के भीतर के आदमी से ज़्यादा ताक़तवर है वह यहाँ तक कि आक्रामक भी डीजल की चिंता है उसे ,चिंता है बिजली …
जो सपने हमने बोए थे नीम की ठंडी छावों में Jo sapne hamne boye the neem ki thandi chavo me जो सपने हमने बोए थे नीम की ठंडी छाँवों …
रात थम-थम के ढल रही होगी Raat tham-tham ke dhal rahi hogi रात थम-थम के ढल रही होगी याद पहलू बदल रही होगी ना-उम्मीदी सम्हल रही होगी आग पानी …
पढाई Padhai बाइबिल नहीं पढ़ी मैंने नहीं, कुरान नहीं गीता नहीं पढ़ी मैंने पढ़ा तुमको खुद को पढ़ा मैंने चढ़ा एसे पहाड़ पर जिस पर शायद ही चढ़ा हो …
मोची की आँखों में Mochi ki aankho me आँखें उठी हुई हैं आदम कद आस्था कि एक स्त्री खड़ी है सामने कठवत के पानी को गंगा में बदलने की …
आनेवाले ! स्वागत Aanewale swagat आनेवाले! स्वागत! जानेवाले! विदा! अगले चौराहे पर इन्तज़ार… शुक्रिया! ख़त लिखना- फागुनी बतास जब खुले! हाँ, लिखना- दूध में गुलाल जब घुले! लिखना जी: …