Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Jis din“ , “जिस दिन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जिस दिन Jis din   जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे अपनों से दूर हो जाओगे जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे नौकरी से हाथ धो बैठोगे जिस दिन अच्छी कविता …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Vah“ , “वह” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वह  Vah आफ़िस  के बाहर भी आफ़िस के भीतर के आदमी से ज़्यादा ताक़तवर है वह यहाँ तक कि आक्रामक भी डीजल की चिंता है उसे ,चिंता है बिजली …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Raat tham-tham ke dhal rahi hogi“ , “रात थम-थम के ढल रही होगी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रात थम-थम के ढल रही होगी  Raat tham-tham ke dhal rahi hogi रात थम-थम के ढल रही होगी याद पहलू बदल रही होगी ना-उम्मीदी सम्हल रही होगी आग पानी …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Padhai“ , “पढाई” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पढाई Padhai बाइबिल नहीं पढ़ी मैंने नहीं, कुरान नहीं गीता नहीं पढ़ी मैंने पढ़ा तुमको खुद को पढ़ा मैंने चढ़ा एसे पहाड़  पर जिस पर शायद ही चढ़ा हो …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Mochi ki aankho me“ , “मोची  की आँखों में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मोची  की आँखों में  Mochi ki aankho me आँखें उठी हुई हैं आदम कद आस्था कि एक स्त्री  खड़ी है सामने कठवत के पानी को गंगा में बदलने की …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Aanewale swagat“ , “आनेवाले ! स्वागत” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आनेवाले ! स्वागत  Aanewale swagat आनेवाले! स्वागत! जानेवाले! विदा! अगले चौराहे पर इन्तज़ार… शुक्रिया! ख़त लिखना- फागुनी बतास जब खुले! हाँ, लिखना- दूध में गुलाल जब घुले! लिखना जी: …