Category: Hindi Stories

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Badla lene ki Iccha jab Bhalai me badal gai” , “बदला लेने की इच्छा जब भलाई में बदल गई” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

बदला लेने की इच्छा जब भलाई में बदल गई Badla lene ki Iccha jab Bhalai me badal gai     एक सेवक अपने स्वामी की हत्या करके दूसरे नगर …

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Jine ka Adhikar” , “जीने का अधिकार” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

जीने का अधिकार Jine ka Adhikar     एक बार राजा अजातशत्रु एक साथ कई मुसीबतों से घिर गए। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि इन आपदाओं …

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Jaha Chaha hai vaha sukh nahi” , “जहां चाह है वहां सुख नहीं” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

जहां चाह है वहां सुख नहीं Jaha Chaha hai vaha sukh nahi     एक बार भगवान बुद्ध अपना चातुर्मास पाटलिपुत्र में कर रहे थे| उनका उपदेश सुनने के …

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Annkut parv va Goverdhan pooja” , “अन्नकूट पर्व व गोवर्धन पूजा” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

अन्नकूट पर्व व गोवर्धन पूजा Annkut parv va Goverdhan pooja     कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा यानी दीपावली का अगला दिन गोवर्धन पूजन, गौ पूजन के साथ-साथ अन्नकूट पर्व …

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Jo Hoga dekha jayega” , “जो होगा देखा जाएगा” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

जो होगा देखा जाएगा Jo Hoga dekha jayega     किसी सरोवर में अनागत विधाता, प्रत्युत्पन्नमति और यद्भविष्य नामक तीन मत्स्य रहते थे| एक दिन की बात है कि …

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Balik ki Vani” , “बालिका की वाणी” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

बालिका की वाणी Balik ki Vani     भगवान बुद्ध श्रावस्ती में ठहरे हुए थे। वहां उन दिनों भीषण अकाल पड़ा था। यह देखकर बुद्ध ने नगर के सभी …

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Protsahan se Khul jate hai vikas ke Dwar” , “प्रोत्साहन से खुल जाते हैं विकास के द्वार” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

प्रोत्साहन से खुल जाते हैं विकास के द्वार Protsahan se Khul jate hai vikas ke Dwar     रत्येक मनुष्य के विकास की असीम क्षमताएं उसके भीतर मौजूद होती …

Hindi Short Story and Hindi Moral Story on “Tyag Aur Lobh” , “त्याग और लोभ” Hindi Prernadayak Story for Class 9, Class 10 and Class 12.

त्याग और लोभ Tyag Aur Lobh     किसी नगर में एक सेठ रहता था| उसके पास बहुत धन था| उसकी तिजोरियां हमेशा मोहरों से भरी रहती थीं, लेकिन …