Category: Hindi Stories
शत्रुओं में फूट से अपना लाभ Shatruo me photo se apna labh किसी नगर में द्रोण नाम का एक निर्धन ब्राह्मण रहा करता था। उसका जीवन भिक्षा …
धैर्य से पुन: सुख की प्राप्ति Dherya se punha such ki prapti एक बार युधिष्ठिर ने पितामह भीष्म ने पूछा, पितामह ! क्या आपने कोई ऐसा पुरुष …
तोड़ो नहीं, जोड़ो Todo Nahi, Jodo अंगुलिमाल नाम का एक बहुत बड़ा डाकू था| वह लोगों को मारकर उनकी उंगलियां काट लेता था और उनकी माला बनाकर …
अधिकार की रोटी Adhikar ki Roti बहुत पुरानी बात है। एक राजा था। उसके पास एक दिन एक संत आए। उन्होंने कई विषयों पर चर्चा की। राजा …
आत्म निर्भरता Aatm nirbhar पुराने जमाने की बात है| अरब के लोगों में हातिमताई अपनी उदारता के लिए दूर-दूर तक मशहूर था| वह सबको खुले हाथों दान …
जब इनकार किया राजा ने सज्जनता की उपाधि देने से Jab Inkar kiya raja ne sajjanta ki upadhi dene se इंग्लैंड के राजा जेम्स उपाधि देने के …
प्रंशसा से परोपकार Prashansa se Paropkar दूसरे महायुद्ध की बात है। एक जापानी सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया था, काफी रक्त बह चुका था, ऐसा …
धर्मोरक्षति रखित: Dharorakshit Rakhit वनवास के समय पाण्डव द्वैत वन में थे| वन में घूमते समय एक दिन उन्हें प्यास लगी| धर्मराज युधिष्ठिर ने वृक्ष पर चढ़कर …