जादा-ए-रह ख़ुर को वक़्त-ए-शाम है तार-ए-शुआ – ग़ालिब
jada-e-rah Khur ko waqt-e-sham hai taar-e-shua -Ghalib
जादा-ए-रह ख़ुर को वक़्त-ए-शाम है तार-ए-शुआ
चर्ख़ वा करता है माह-ए-नौ से आग़ोश-ए-विदा
जादा-ए-रह ख़ुर को वक़्त-ए-शाम है तार-ए-शुआ – ग़ालिब
jada-e-rah Khur ko waqt-e-sham hai taar-e-shua -Ghalib
जादा-ए-रह ख़ुर को वक़्त-ए-शाम है तार-ए-शुआ
चर्ख़ वा करता है माह-ए-नौ से आग़ोश-ए-विदा