Hindi Poem of Ramdhari Singh Dinkar “Lohe ke Mard”, “लोहे के मर्द ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

लोहे के मर्द -रामधारी सिंह दिनकर Lohe ke Mard -Ramdhari Singh Dinkar पुरुष वीर बलवान, देश की शान, हमारे नौजवान घायल होकर आये हैं। कहते हैं, ये पुष्प, दीप, …

Hindi Poem of Ramdhari Singh Dinkar “Len-Den”, “लेन-देन ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

लेन-देन -रामधारी सिंह दिनकर Len-Den -Ramdhari Singh Dinkar लेन-देन का हिसाब लंबा और पुराना है। जिनका कर्ज़ हमने खाया था, उनका बाकी हम चुकाने आये हैं। और जिन्होंने हमारा …

Hindi Poem of Ramdhari Singh Dinkar “Roti or Swadhinta”, “रोटी और स्वाधीनताए ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

रोटी और स्वाधीनता -रामधारी सिंह दिनकर Roti or Swadhinta – Ramdhari Singh Dinkar आज़ादी तो मिल गई, मगर, यह गौरव कहाँ जगाएगा ? मरभूखे ! इसे घबराहट में तू …

Hindi Poem of Ramdhari Singh Dinkar “Bhagvan ke Dakiye”, “भगवान के डाकिए ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

भगवान के डाकिए -रामधारी सिंह दिनकर Bhagvan ke Dakiye – Ramdhari Singh Dinkar पक्षी और बादल, ये भगवान के डाकिए हैं जो एक महादेश से दूसरे महादेश को जाते …