Tag: Hindi Poems
यात्रा Yatra पुकार आ रही है! आसार बन रहे हैं एक नई यात्रा के! आहट सुन कसक उठी भीतर से; हर यात्रा की पूर्व संध्या होता है ऐसा! …
किरातिन Kiratin किस किरातिन ने लगा दी आग, धू-धू जल उठा वन! रवि किरण जिसका सरस तल छू न पाई युगों तक पोषित धरित्री ने किया जिनको …
याचक Yachak वह प्रथम रात्रि,आ गई मिलन की बेला लज्जित नयनों में स्वप्न सजा अलबेला पद-चाप और आ गया प्रतीक्षित वह पल अवगुंठन-से नीचे झुक गये पलक दल …
दुर्गम्या Durbhagya कोई तोहमत जड़ दो औरत पर , कौन है रोकनेवाला! कर दो चरित्र हत्या , या धर दो कोई आरोप! हटा दो रास्ते से! हाँ ,वे …
रिमोट-कंट्रोल Remote control अब तो तुम्हारा रिमोट कंट्रोल ठीक है मैंने अपनी मित्र से पूछा ‘मेरी तो समझ में नहीं आता कैसे अपना लाइट पंखा अपने आप दूसरे …
अमरनाथ के हिम-कपोत Amarnath ke him kapote जब नीलकंठ बोलें, मुंडमाल हिले-डोले, गिरिबाला देख चौंक चौंक जाये, लगे एक-एक मुंड,किसी कथा का प्रसंग लिये भेद कुछ समाये है,छिपाये. …
कौन आएगा मेरे साथ? Kaun aayen mere sath हथेली पर धर कर अंगार, चीरने को अथाह अँधियार कौन आएगा मेरे साथ? उमड़ती नेताओं की भीड, जोंक ज्यों, फूले …
याचना Yachna तपा-तपा कर कंचन कर दे ऐसी आग मुझे दे देना! सारी खुशियाँ ले लो चाहे,तन्मय राग मुझे दे देना! मेरे सारे खोट दोष सब, लपटें दे …