Tag: Hindi Poems
कितनी ख़ुशलफ़्ज़ थी तेरी आवाज़ Kitni Khushlafz th thi teri awaz कितनी ख़ुशलफ़्ज़ थी तेरी आवाज़ अब सुनाए कोई वही आवाज़। ढूँढ़ता हूँ मैं आज भी तुझमें काँपते …
हम घूम चुके बस्ती-वन में Hum ghum chuke basti van me हम घूम चुके बस्ती-वन में इक आस का फाँस लिए मन में कोई साजन हो, कोई प्यारा हो …
हाथों का उठना Hatho ka uthna हाथों का उठना कँपना गिर जाना कितने दिन चलेगा? कितने दिन और सहेंगे वे कब चीत्कार करेंगे कब तक होंगे वे तैयार …
वहीं से Vahi se हम जहाँ हैं वहीं से आगे बढे़ंगें देश के बंजर समय के बाँझपन में याकि अपनी लालसाओं के अंधेरे सघन वन में या अगर …
दिल ने हमारे बैठे बैठे कैसे कैसे रोग लगाये Dil ne hamare bethe bethe kese kese rog lagaye दिल ने हमारे बैठे बैठे कैसे कैसे रोग लगाये तुम ने …
हम भी दुखी तुम भी दुखी Hum bhi dukhi tum bhi dukhi रातरानी रात में दिन में खिले सूरजमुखी किन्तु फिर भी आज कल हम भी दुखी तुम …
जब दहर के ग़म से अमाँ न मिली हम लोगों ने इश्क़ ईजाद किया Jab dahar ke gam se ama na mili hum logo ne ishq ijad kiya जब …
ओ प्रिया O Priya ओ प्रिया पिन्हाऊँ तुम्हें जुही के झुमके। इस फूली संझा के तट पर, आ बैठें बिल्कुल सट-सटकर, दृष्टि कहे जो उसे सुनें तो अर्थ …