Tag: Hindi Poems
बेटी ब्याही गई है Beti byahi gai he बेटी ब्याही गई है गंगा नहा लिए हैं माता-पिता पिता आश्वस्त हैं स्वर्ग के लिये कमाया हॆ कन्यादान का पुण्य। और …
बैठे हैं दो टीलें Bethe he do tile तनिक देर और आसपास रहें चुप रहें, उदास रहें, जाने फिर कैसी हो जाए यह शाम। एक-एक कर पीले पत्तों …
एक बची हुई खुशी Ek bachi hui khushi एक बची खुची खुशी को थैले में डाल जब लौटता है वह उसके सहारे तो ज़िन्दगी का अगला दिन पाट देता …
चट्टानें Chattane चट्टानें उड़ रही हैं बारूद के धुओं और धमाकों के साथ चट्टानों के कानों में भी उड़ती-उड़ती पड़ी तो थी अपने उड़ाए जाने की बात वे …
पुस्तक Pustak मुझको तो पुस्तक तुम सच्ची अपनी नानी \/ दादी लगती ये दोनों तो अलग शहर में पर तुम तो घर में ही रहती जैसे नानी दुम दुम …
धातुएँ Dhatuye सूर्य से अलग होकर पृथ्वी का घूमना शुरू हुआ शुरू हुआ चुंबकत्व धातुओं की भूमिका शुरू हुई धातु युग से पहले भी था धातु युग धातु …
उम्मीद Umeed समय ठहरता है तो जागती है उम्मीद अँखुवाते ही ताकत उम्मीद की काल हो जाता है रफूचक्कर। बहुत दूर तक खुल जाते हैं रास्ते पड़ाव हो उठते …
सेतु Setu सेनाएँ जब सेतु से गुज़रती हैं तो सैनिक अपने क़दमों की लय तोड़ देते हैं क्योंकि इससे सेतु टूट जाने का ख़तरा उठ खड़ा होता है …