Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Raat bhar”,”रात भर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रात भर  Raat bhar   रात भर चलती हैं रेलें ट्रक ढोते हैं माल रात भर कारख़ाने चलते हैं कामगार रहते हैं बेहोश होशमंद करवटें बदलते हैं रात भर …

Hindi Poem of Divik Ramesh “ Sunahri prithvi”,”सुनहरी पृथ्वी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुनहरी पृथ्वी  Sunahri prithvi सूरज रात-भर माँजता रहता है काली पृथ्वी को तब जाकर कहीं सुनहरी हो पाती है पृथ्वी Related posts: Hindi Poem of Ashok Vajpayee “  Adhpake …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Neem ki pattiya”,”नीम की पत्तियाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नीम की पत्तियाँ  Neem ki pattiya   कितनी सुन्दर होती हैं पत्तियाँ नीम की ये कोई कविता क्या बताएगी जो उन्हें मीठे दूध में बदल देती है उस बकरी …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Hakim he”,” हाक़िम हैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हाक़िम हैं  Hakim he हाकिम हैं बात का बुरा क्योंकर मनाइए उनकी बला से मानिये या रूठ जाइए। घर नहीं दीवानखाने आ गए हैं आप अब उसूलन आप भी …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Dikhana”,”दिखाना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिखाना  Dikhana   तैरता हुआ चांद मछलियों के जाल में नहीं फँसता जब सारा पानी जमकर हो जाता है बर्फ़ वह चुपके से बाहर खिसक लेता है जब झील …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Tum vahi man ho ki koi dusre ho”,”तुम वही मन हो कि कोई दूसरे हो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुम वही मन हो कि कोई दूसरे हो  Tum vahi man ho ki koi dusre ho   कल तुम्हें सुनसान अच्छा लग रहा था आज भीड़ें भा रही हैं …

Hindi Poem of Naresh Saksena “ Rah rah kar aaj sanjh man tute”,”रह-रह कर आज साँझ मन टूटे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रह-रह कर आज साँझ मन टूटे  Rah rah kar aaj sanjh man tute   रह-रह कर आज साँझ मन टूटे- काँचों पर गिरी हुई किरणों-सा बिछला है तनिक देर …